चौसा में निर्माणाधीन बक्सर थर्मल पावर प्लांट में मंगलवार से ही चल रही पुलिस कार्रवाई तथा बुधवार को भारी उपद्रव के बीच हुए हिंसक संघर्ष में 10 पुलिस कर्मी जख्मी हुए हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, इस मामले में करीब दो दर्जन किसानों के भी घायल होने की जानकारी मिल रही है। इस मामले में मंगलवार को दो प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अब पुलिस तीसरी प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी में हैं, जिसमें एक हजार लोगों पर उपद्रव में शामिल होने का आरोप है।
पुलिस मुख्यालय से जारी रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में पहली प्राथमिकी चौसा सीओ के साथ झड़प करने की दर्ज की गई है। इसमें 250 से 300 अज्ञात के विरूद्ध कांड संख्या 15/23 के तहत शिकायत दर्ज कराई गई है। घटना में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस टीम पर हमला करने पर तीन लोगों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने दूसरी प्राथमिकी कांड संख्या 162/3 के तहत दर्ज की गई है।
अब बुधवार को हुई तोड़फोड़ और आगजनी के बाद पुलिस तीसरी प्राथमिकी दर्ज करने वाली है, जिसमें एक हजार अज्ञात लोगों को आरोपित किया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान उत्तेजित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गाेले छोड़ने पड़े तथा हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
16 वाहनों को किया आग के हवाले
किसानों द्वारा किए गए हिंसक प्रदर्शन और आगजनी के दौरान 16 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। वहीं, कई दुकानों में भी आगजनी किए जाने की सूचना है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, किसानों के हमले में घायल पुलिसकर्मियों की सदर अस्पताल एवं स्थानीय अस्पताल में चिकित्सा जारी है। वहीं, दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घायलों में हवलदार युगल किशोर, सिपाही अमित कुमार, सिपाही मुकेश कुमार, सिपाही मो. असलम, सिपाही अंकज कुमार, सिपाही मो. कासिम, सिपाही आफताब, सिपाही अभिषेक कुमार झा के अलावा गृहरक्षक भुवन यादव और अजीत पांडेय के नाम शामिल हैं। वहीं, घायल किसानों के बारे में कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिल रही है।