वायरल

यूपी के उन्नाव में अज्ञात बीमारी से खौफ, 5 बच्चों की मौत, 100 से ज्यादा बीमार

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बुखार के साथ शरीर पर दाने पड़ने से 20 दिनों में 5 बच्चों की मौत हो चुकी है। उन्नाव के मोहल्ला दलीगढी में बुखार और शरीर पर दाने पड़ने से पीड़ित ढाई साल के एक और बच्चे की मौत हो गई है, जबकि उसके 4 साल के बड़े भाई की हालत गंभीर बनी हुई है। बच्चे का इलाज कानपुर के एक निजी अस्पताल में हो रहा है। उन्नाव के तहसील पुरवा अंतर्गत गलीगढ़ी मोहल्ला में 17 बच्चों में बुखार और शरीर में दाने निकलने की समस्या पाई गई है। अब तक इस अजीब बुखार और शरीर पर दाने निकलने से बीमार हुए बच्चों की संख्या 100 हो गई है।
उन्नाव जनपद के पुरवा तहसील अंतर्गत दलीगढ़ी मोहल्ला निवासी रहीश अहमद के बेटे अजबान उम्र 4 वर्ष और दूसरा बेटा शहन लगभग ढाई साल का है। करीब 1 सप्ताह से दोनों बुखार और दाने निकलने से बीमार चल रहे थे। दोनों बच्चों को पहले सीएचसी में दिखाया था, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर परिजनों ने मौरावा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। देर रात दोनों बच्चों की तबीयत ज्यादा खराब हो गई और परिजन जब तक कहीं दूसरे अस्पताल ले जाते शहान की मौत हो गई। शहान के बड़े भाई की हालत गंभीर देखते हुए परिजनों ने कानपुर में एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया है। जब उन्नाव स्वास्थ्य विभाग की टीम मोहल्ला दलीगढ़ी पहुंची। टीम ने मोहल्ले में कई बच्चे की जांच की जिसमे 17 बच्चे और बीमार मिले है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग टीम की ओर से बच्चो को दवाओं का वितरण किया गया है। इसमे एक बच्ची की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। 7 साल की उनैजा का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
ये बच्चे मिले है बुखार से बीमार
इकरा (2 वर्ष), नवाजित (5वर्ष), यासमीन (5वर्ष), मोहलीम (2वर्ष), अलीज (3वर्ष), आमीन (ढाई साल), रियाज (5वर्ष), इकरा अख्तर (8वर्ष), आयान (1वर्ष), अरबाज (3वर्ष), हसन (3वर्ष), अलीना (4वर्ष), बेबी सददाना (5वर्ष), जीनत (3 वर्ष), नुबा (2वर्ष), इब्राहिम (3वर्ष), मुवत्तसिर (4वर्ष) और आसीम (ढाई साल) की है।
100 से ज्यादा बच्चों का किया इलाज
सीएचसी के डॉक्टर तपन गुप्ता ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में बच्चे खसरे के लक्षण वाली बीमारी से बीमार हैं। हमने 100 से ज्यादा बच्चों का इलाज किया है। काफी बच्चे सही होकर घर जा चुके हैं। दुर्भाग्य ये हमें 5 बच्चों को खोना पड़ा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button